Devnarayan Scooty Yojana 2025-26: देवनारायण स्कूटी योजना 2025-26 राजस्थान की छात्राओं के लिए

इस ब्लॉग में क्या जानकारी मिलेगी

देवनारायण स्कूटी योजना 2025-26: देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण एवं प्रोत्साहन राशि योजना

परिचय

राजस्थान सरकार की देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण एवं प्रोत्साहन राशि योजना (Devnarayan Scooty Yojana 2025-26) एक प्रेरणादायक पहल है जो राज्य की अति पिछड़ी समुदाय (MBC – Most Backward Classes) की छात्राओं को उच्च शिक्षा (कॉलेज / यूनिवर्सिटी) जारी रखने के लिए प्रोत्साहित करती है। इस योजना से न केवल आर्थिक सहायता मिलती है, बल्कि परिवहन की सुविधा भी मिलती है, जिससे छात्राओं का कॉलेज आना-जाना आसान हो जाता है।

नीचे हम 2025-26 के इस स्कीम की पूरी जानकारी देंगे — इसके उद्देश्य, पात्रता, लाभ, आवेदन प्रक्रिया, हाल की अपडेट्स और सुझावों सहित।

देवनारायण स्कूटी योजना – उद्देश्य और पृष्ठभूमि

इस योजना का नाम देवनारायण रखा गया है, जो राजस्थान की सांस्कृतिक और सामाजिक पृष्ठभूमि में विशेष महत्व रखता है।

मूल उद्देश्य: पिछड़े और अति पिछड़े वर्ग की छात्राओं को उच्च शिक्षा में जोड़ना, शिक्षा में प्रतिस्पर्धात्मक भावना बढ़ाना और परिवहन की समस्या को दूर करना।

स्कूटी देने से: छात्राओं को कॉलेज आने-जाने में स्वायत्तता मिलती है, और वे सार्वजनिक परिवहन की बाधाओं या दूरी की वजह से पढ़ाई छोड़ने का जोखिम कम कर पाती हैं।

इंसेंटिव राशि (प्रोत्साहन) देने का मकसद: उन छात्राओं को भी सहयोग देना जो स्कूटी नहीं प्राप्त कर पातीं, ताकि उनकी पढ़ाई प्रभावित न हो और वे मेहनत जारी रखें।

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 की पात्रता (Eligibility Criteria)

देवनारायण स्कूटी योजना की पात्रता के मुख्य बिंदु इस प्रकार हैं:

शीर्षक विवरण
जाति / वर्ग योजना विशेष रूप से राजस्थान के अति पिछड़े वर्ग (MBC) की छात्राओं पर लागू है। इसमें शामिल जातियों में: बंजारा, बलडिया, लबाना, गाडिया-लौहार, गाडोलिया, गुज़र/गुर्जर, राइका, रैबारी आदि हैं।
शैक्षणिक योग्यता छात्रा ने 12वीं (Senior Secondary) परीक्षा पास की हो, और उसमें कम से कम 50% अंक प्राप्त किए हों। छात्रा को राजस्थान में किसी मान्यता प्राप्त राज्य-सरकारी कॉलेज या state-funded university में नियमित (regular) प्रथम वर्ष की स्नातक (बच्चलर) पाठ्यक्रम में नामांकन होना चाहिए।
आय सीमा माता-पिता / अभिभावक / संरक्षक / पति की वार्षिक कुल आय ₹2.50 लाख या उससे कम होनी चाहिए।
गैप नीति 12वीं उत्तीर्ण करने और स्नातक प्रथम वर्ष नामांकन के बीच गैप (अंतराल) नहीं होना चाहिए; इसी तरह स्नातक अंतिम वर्ष और स्नातकोत्तर (अगर लाभ वहां भी लिया जाए) के बीच भी गैप अवरोध हो सकता है।
वैवाहिक स्थिति योजना में विवाहित, अविवाहित, विधवा और परित्यक्ता (abandoned) छात्राएँ सभी पात्र हो सकती हैं।
अन्य प्रतिबंध जो छात्राएँ इस योजना का लाभ लेती हैं, उन्हें कुछ अन्य वित्तीय सहायता / छात्रवृत्ति योजनाओं के लिए पात्रता में प्रतिबंध हो सकता है।

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 के लाभ (Benefits) – देवनारायण स्कूटी योजना 2025-26

यह योजना मुख्यतः दो तरह के लाभ प्रदान करती है – स्कूटी वितरण और प्रोत्साहन राशि (Incentive)।

स्कूटी वितरण (Free Scooty)

हर साल लगभग 1,500 स्कूटियाँ मुफ्त में वितरित की जाती हैं, मेरिट (12वीं परीक्षा अंक) के आधार पर।

  • स्कूटी के साथ मिलने वाले अतिरिक्त लाभ: 1 वर्ष का सामान्य बीमा।
  • 2 लीटर पेट्रोल (केवल एक बार) जब स्कूटी दी जाती है।
  • परिवहन व्यय: स्कूटी सुपुर्द करने तक का ट्रांसपोर्ट खर्च सरकार वहन करती है।

शर्त: स्कूटी मिलने वाली छात्रा को स्कूटी के रजिस्ट्रेशन के बाद लगभग 3 साल तक उसे बेचने का अधिकार नहीं होगा। यह शर्त स्रोतों में उल्लिखित हो सकती है ताकि छात्रा शिक्षा के लिए स्कूटी का उपयोग जारी रखे।

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 की प्रोत्साहन राशि (Incentive)

अगर छात्रा स्कूटी की प्राथमिक सूची (वरीयता सूची) में नहीं आ पाती है, तब भी उसे आर्थिक सहायता दी जाती है:

  • स्नातक स्तर (Bachelor’s Degree): पहले, दूसरे, और तीसरे वर्ष में ₹10,000 प्रति वर्ष।
  • स्नातकोत्तर स्तर (Post-Graduation): पहले वर्ष में, अगर छात्रा ≥ 50% अंक प्राप्त करती है, तो दूसरा वर्ष में ₹20,000 मिलेगा।
  • कुछ स्रोतों में कहा गया है कि यदि पोस्ट-ग्रेजुएशन के पहले वर्ष में > 75% अंक हो, तो यह राशि बढ़ सकती है। (स्रोतों में थोड़ा अंतर इसलिए आधिकारिक गाइडलाइन देखना ज़रूरी है)

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 बजट और व्यय / वित्तीय स्थिति

राजस्थान सरकार की सालाना रिपोर्ट (Executive Summary) के अनुसार, योजना में 2022-23 के बजट घोषणा के तहत 2,463 स्कूटियाँ वितरित करने का लक्ष्य रखा गया था।

उसी रिपोर्ट में बताया गया है कि 2021-22 से 2023-24 तक कुल ₹5,047.49 लाख खर्च किया गया है।

यह दर्शाता है कि यह योजना केवल “प्राधिकरण ही नहीं” दे रही है, बल्कि राज्य सरकार इसके लिए वास्तविक संसाधन और बजट आवंटित कर रही है।

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 की आवेदन प्रक्रिया (How to Apply)

  1. SSO पोर्टल के माध्यम से आवेदन: राजस्थान सरकार की SSO (Single Sign-On) पोर्टल पर जाकर छात्रा को पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के बाद, “Scholarship / Yojana” सेक्शन में जाकर “देवनारायण छात्रा स्कूटी स्कीम” चुनें।
  2. फॉर्म भरें: आवश्यक जानकारी: नाम, पता, SSO ID, शिक्षा प्रमाणपत्र (12वीं अंकपत्र), पिछले परीक्षा मार्कशीट, बैंक खाता विवरण, आय प्रमाण पत्र, जाति प्रमाण पत्र इत्यादि।
  3. आवेदन सबमिट करें: सभी दस्तावेज अपलोड करने के बाद, फॉर्म सबमिट करें। आवेदन के सत्यापन के बाद, पात्र नामों की प्राथमिक सूची (मेरिट लिस्ट) तैयार की जाती है।
  4. सूची की जाँच: मेरिट सूची जारी होने के बाद आप देख सकती हैं कि छात्रा स्कूटी के लिए चयनित हुई है या नहीं।
  5. स्वीकृति और वितरण: चयनित छात्राओं को स्कूटी दी जाती है। इसके बाद बीमा, पेट्रोल और ट्रांसपोर्ट की व्यवस्था की जाती है।

ताज़ा अपडेट्स और 2025-26 में क्या नया हो सकता है

कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि 2025 के लिए आवेदन अंतिम तिथि 31 दिसंबर / 31 अक्टूबर जैसी जानकारी सामने आई है।

बजट में वृद्धि: पिछले वर्षों में आशय था कि स्कूटी की संख्या बढ़ाई जाए (जैसे 2,463 स्कूटी की संख्या का ज़िक्र बजट रिपोर्ट में है)।

मिड-बीम योजनाओं में बदलाव: स्कीम को और अधिक पारदर्शी और प्रामाणिक बनाने के लिए ऑनलाइन आवेदन, मेरिट लिस्ट पब्लिशिंग और वितरण प्रक्रिया को बेहतर बनाने की दिशा में राज्य प्रशासन काम कर रहा है।

Devnarayan Scooty Yojana 2025-26 के फायदे और चुनौतियाँ (Pros & Challenges)

फायदे

  • महिला सशक्तिकरण: स्कूटी मिलने से छात्राओं की आवाज़ और आत्मनिर्भरता बढ़ती है। स्कूटी का उपयोग सिर्फ कॉलेज आने-जाने के लिए ही नहीं, बल्कि अन्य जरूरतों के लिए भी हो सकता है।
  • शिक्षा की पहुंच बढ़ाना: दूरदराज़ इलाकों में रहने वाली छात्राओं को परिवहन की समस्या कम होती है, जिससे उनकी उच्च शिक्षा जारी रखने की संभावना बढ़ जाती है।
  • प्रतिस्पर्धात्मक भावना: मेरिट आधारित चयन और प्रोत्साहन राशि छात्राओं को बेहतर अंक प्राप्त करने और मेहनत जारी रखने के लिए प्रेरित करते हैं।
  • आर्थिक सहायता: जो स्कूटी नहीं मिल पातीं, उन्हें इंसेंटिव राशि मिलना यह सुनिश्चित करता है कि उनकी शिक्षा आर्थिक बाधा की वजह से न रुके।

चुनौतियाँ / जोखिम

  • गैप की समस्या: यदि छात्रा ने 12वीं और स्नातक के बीच गैप लिया हो, तो वह पात्रता खो सकती है। यह उन लड़कियों को असहाय बना सकता है जो किसी कारणवश पढ़ाई में ब्रेक लेती हैं।
  • बिक्री प्रतिबंध: स्कूटी रजिस्ट्रेशन के बाद 3 साल तक बेचने की मनाही हो सकती है (कुछ स्रोतों में ऐसा उल्लेख है), जिससे छात्रा की संपत्ति पर नियंत्रण सीमित हो सकता है।
  • लॉजिस्टिक और वितरण चुनौतियाँ: स्कूटी वितरण, बीमा, पेट्रोल और ट्रांसपोर्ट व्यय को सुचारू रूप से मैनेज करना प्रशासन के लिए एक बड़ा काम है।
  • जानकारी का अभाव: ग्रामीण या पिछड़े इलाकों में रहने वाली छात्राओं तक योजना की जानकारी न पहुंचना और आवेदन प्रक्रिया को समझने में कठिनाइयाँ हो सकती हैं।

सुझाव / रिकमेंडेशन (Tips for Applicants)

आवेदन से पहले SSO पोर्टल पर पंजीकरण कर लें और अपना प्रोफ़ाइल अपडेट रखें।

अपनी 12वीं की मार्कशीट, आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, बैंक पासबुक जैसी ज़रूरी दस्तावेज पहले से तैयार रखें, ताकि आवेदन करते समय आसानी हो।

नियमित कॉलेज में नामांकन सुनिश्चित करें और स्नातक के दौरान न्यूनतम शैक्षणिक प्रदर्शन बनाए रखें, ताकि इंसेंटिव राशि प्राप्त होती रहे।

मेरिट लिस्ट जारी होने के बाद तुरंत चेक करें कि आपने स्कूटी के लिए स्थान प्राप्त किया है या नहीं।

स्कूटी मिलने के बाद बीमा और पेट्रोल के दस्तावेज़ों का ध्यान रखें और ट्रांसपोर्ट प्राप्ति का प्रमाण रखें।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

Q1: देवनारायण स्कूटी योजना के लिए आवेदन की अंतिम तिथि क्या है?
A1: विभिन्न स्रोतों में आवेदन की अंतिम तिथि अलग-अलग बताई जाती है। उदाहरण के लिए, राजस्थान सूचना वेबसाइटों पर 31 अक्टूबर 2025 का जिक्र है। इसलिए, आवेदन करने से पहले SSO पोर्टल पर आधिकारिक सूचना जरूर देखें।
Q2: यदि मैं स्कूटी के लिए चयनित नहीं हुई, तो क्या मुझे कुछ मिलेगा?
A2: हां, यदि आप स्कूटी को प्राथमिकता सूची (merit list) में नहीं आ पाती हैं, तो भी आप स्कीम के अंतर्गत इंसेंटिव राशि प्राप्त कर सकती हैं – स्नातक स्तर पर ₹10,000 प्रति वर्ष और पोस्ट-ग्रेजुएशन में ₹20,000 प्रति वर्ष की राशि मिलती है (नियमों के अनुसार)।
Q3: क्या मुझे स्कूटी मिलने के बाद किसी प्रकार की अतिरिक्त लागत वहन करनी होगी?
A3: नहीं, स्कूटी मिलने पर सरकार बीमा (1 वर्ष), 2 लीटर पेट्रोल (एक बार) और परिवहन व्यय तक का खर्च उठाती है। हालांकि, स्कूटी के बाद आने वाले रख-रखाव, ईंधन आदि की लागत छात्रा को स्वयं चलानी होगी, क्योंकि ये नियमित सरकारी खर्चों में शामिल नहीं हैं।
Q4: क्या यह योजना सिर्फ अविवाहित छात्राओं के लिए है?
A4: नहीं, यह योजना विवाहित, अविवाहित, विधवा और परित्यक्ता (abandoned) सभी छात्राओं के लिए खुली है। लेकिन, माता-पिता / संरक्षक की आय, शैक्षणिक योग्यता और अन्य पात्रता शर्तें लागू होती हैं।

निष्कर्ष

देवनारायण स्कूटी योजना 2025-26 राजस्थान सरकार की एक बहुत ही सकारात्मक पहल है, जो न सिर्फ पिछड़े वर्ग की लड़कियों को उच्च शिक्षा में बने रहने का प्रोत्साहन देती है, बल्कि उन्हें स्वायत्तता और आत्मनिर्भरता की दिशा भी देती है। मुफ्त स्कूटी, इंश्योरेंस, पेट्रोल और इंसेंटिव राशि — ये सब मिलकर छात्राओं के भविष्य को उज्जवल बनाने में मदद करते हैं।

SSO Portal पर आवेदन / अधिक जानकारी देखें

Note: यह लेख उपलब्ध स्रोतों और सरकारी रिपोर्ट पर आधारित है। आधिकारिक शर्तें/राशियाँ/डेटलाइन समय-समय पर बदल सकती हैं — आवेदन करने से पहले SSO पोर्टल या संबंधित विभाग की आधिकारिक घोषणा ज़रूर जाँचें।

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