Veer Chandra Singh Garhwali Yojana का परिचय
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य के युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण पहल के रूप में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली पर्यटन स्वरोजगार योजना की शुरुआत की है। इस योजना का उद्देश्य युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर प्रदान करना है। Veer Chandra Singh Garhwali Yojana के तहत, उत्तराखंड के नागरिकों को पर्यटन व्यवसाय स्थापित करने के लिए विशेष रियायती दर पर वाहन लोन प्रदान किया जाएगा।
इसका मतलब यह है कि राज्य के लोग अब अपने स्वयं के पर्यटन से जुड़े व्यवसाय शुरू कर सकते हैं, जिसमें इलेक्ट्रिक बस या अन्य आवश्यक वाहन शामिल हैं। यह योजना पहाड़ी क्षेत्रों के लिए 33% या अधिकतम 15 लाख रुपये और मैदानी क्षेत्रों के लिए 25% या अधिकतम 10 लाख रुपये की सब्सिडी प्रदान करती है। इसका उद्देश्य युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना और राज्य में बेरोजगारी को कम करना है।
Veer Chandra Singh Garhwali Yojana के प्रमुख हेतू
1. स्थानीय रोजगार का निर्माण: इस योजना के माध्यम से, उत्तराखंड के स्थायी निवासियों को अपने खुद के पर्यटन व्यवसाय शुरू करने का अवसर मिलेगा, जिससे वे आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बन सकेंगे। यह पहल राज्य के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों के लिए रोजगार के नए रास्ते खोलेगी।
2. पर्यटन सेवाओं का सुधार: योजना के अंतर्गत इलेक्ट्रिक बस और अन्य पर्यटन संबंधित वाहनों की खरीद पर छूट प्रदान की जाएगी। इससे राज्य की पर्यटन सेवाओं में सुधार होगा और अधिक से अधिक पर्यटक उत्तराखंड की ओर आकर्षित होंगे, जिससे पर्यटन उद्योग को नई गति मिलेगी।
3. आर्थिक स्थिति में सुधार: Veer Chandra Singh Garhwali Yojana न केवल बेरोजगारी को कम करने में सहायक होगी, बल्कि राज्य के नागरिकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार करेगी। इससे स्थानीय लोगों को अपने गृह राज्य में ही रोजगार के अवसर मिलेंगे, जिससे उन्हें अन्य राज्यों या शहरों में काम की तलाश में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
4. राज्य की सांस्कृतिक धरोहर को बढ़ावा देना: योजना का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य राज्य के पर्यटन स्थलों, सांस्कृतिक धरोहरों, ऐतिहासिक स्मारकों, और पारंपरिक पहाड़ी शैली को देश-विदेश में प्रचारित करना है। इसके माध्यम से पर्यटकों को उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति और धरोहर से परिचित कराया जाएगा।
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत लोन और ब्याज दरें
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत, राज्य के पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन व्यवसाय शुरू करने के लिए 33% या अधिकतम 15 लाख रुपये की रियायती दर पर वाहन लोन उपलब्ध कराया जाएगा। वहीं, मैदानी क्षेत्रों के लिए यह रियायत 25% या अधिकतम10 लाख रुपये तक होगी। इसका उद्देश्य युवाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है ताकि वे इलेक्ट्रिक बस या अन्य वाहन खरीद सकें और पर्यटन क्षेत्र में अपने सपनों को साकार कर सकें।
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज विवरण
Veer Chandra Singh Garhwali Yojana का लाभ उठाने के लिए, आवेदकों को निम्नलिखित दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:
- आधार कार्ड
- आयु प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- एसिड कार्ड (यदि लागू हो)
- शैक्षणिक योग्यता प्रमाण पत्र
- तकनीकी पर्यटन ज्ञान से संबंधित प्रमाण पत्र
- पूर्व अनुभव प्रमाण पत्र (यदि उपलब्ध हो)
- SC/ST/OBC/भूतपूर्व सैनिक सर्टीफीकट (अगर है तो)
- भूमि वैज्ञानिक प्रमाण पत्र
- निवास प्रमाण पत्र
- नोटरी द्वारा शपथ पत्र
Veer Chandra Singh Garhwali Yojana के लिए पात्रता मापदंड
- आवेदक कम से कम 18 वर्ष का होना चाहिए।
- आवेदक को वाहन चलाने और उसकी तकनीकी जानकारी होनी चाहिए।
- आवेदक उत्तराखंड राज्य का मूल स्थाई निवासी होना आवश्यक चाहिए।
- Veer Chandra Singh Garhwali Yojana के लिए आवेदक किसी भी बैंक या संस्था से पहले से संबंधित नहीं होना चाहिए।
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के लिए आवेदन प्रक्रिया
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली रोजगार योजना का लाभ उठाने के लिए, निम्नलिखित प्रक्रिया अपनानी होगी:
1. सबसे पहले, आपको Veer Chandra Singh Garhwali Yojana की आधिकारिक वेबसाइट पर जाना होगा।
2. वेबसाइट के होम पेज पर "पंजीकरण करें" का विकल्प मिलेगा, जिस पर आपको क्लिक करना है।
3. इसके बाद, आपके सामने एक आवेदन फॉर्म खुलेगा।
4. इस फॉर्म में मांगी गई सभी जानकारी को ध्यानपूर्वक भरें। यह सुनिश्चित करें कि फॉर्म भरते समय कोई त्रुटि न हो।
5. फॉर्म में सही और पूर्ण जानकारी भरने के बाद, "जमा करें" पर क्लिक करें।
अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
1)वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना क्या है?
यह एक विशेष योजना है जो उत्तराखंड के बेरोजगार युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से बनाई गई है। इस योजना के तहत, युवाओं को वाहन लोन पर छूट दी जाती है, जिससे वे अपना खुद का पर्यटन व्यवसाय शुरूकर सकें।
2)वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना में कितनी सब्सिडी मिलती है?
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना के तहत, वाहन लोन के लिए विशेष सब्सिडी दी जाती है। यदि आप पर्वतीय क्षेत्र से हैं, तो आपको 33% या अधिकतम 15 लाख रुपये तक की रियायती दर पर लोन मिल सकता है। वहीं, मैदानी क्षेत्र के लिए यह सब्सिडी 25% या अधिकतम 10 लाख रुपये तक सीमित है। इस सब्सिडी का उद्देश्य युवाओं को पर्यटन क्षेत्र में रोजगार शुरू करने के लिए
प्रोत्साहित करना है।
3)वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना कब शुरू हुई थी?
वीर चंद्र सिंह गढ़वाली योजना की शुरुआत 1 जून 2002 को की गई थी। यह योजना उत्तराखंड सरकार द्वारा राज्य के युवाओं को पर्यटन के क्षेत्र में स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी।
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